उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक ऐसा अद्भुद मंदिर है, जहां विदेशों से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. दुनिया के बड़े बड़े सेलिब्रिटी भी उस दरबार के भक्त हैं. हिंदू धर्म के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी इस मंदिर में बड़ी आस्था रखते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं केंची धाम स्थित नीम करौली बाबा के आश्रम की. इस नाम का जिक्र आते ही बाबा के भक्तों के चेहरे पर एक अनोखा भाव प्रकट होता है, उनकी आंखों में आस्था के आंसू प्रकट होने लगते हैं.
जग जाहिर है कि नीम करोली बाबा को भारत ही नहीं, बल्कि बाहर के देशों में भी मानने वाले है. कई बड़ी-बड़ी हस्तियां हैं जो बाबा के चमत्कारों और उनके प्रति अपनी आस्था को अपने मन में समेटे हुए हैं. बाबा नीम करौली 20वीं सदी के महान संतों में गिने जाते हैं. बड़ी-बड़ी हस्तियां भी उनके एक दर्शन के लिए लालायित होती हैं. बाबा कलयुग में हनुमान जी के अवतार हैं जो समय समय पर अपने भक्तों के साथ चमत्कार करके उन पर कृपा करते हैं.
हनुमान जी के उपासक थे बाबा नीम करोली
बाबा नीम करोली को मानने वाले उनके भक्त व अनुयायी उन्हें साक्षात हनुमान जी के अवतार मानते रहे हैं. रोचक बात ये है कि नीम करोली बाबा खुद भी भगवान हनुमान के अन्नय भक्त थे और उनकी पूजा किया करते थे. हनुमान जी के कई मंदिर का निर्माण बाबा ने करवाए. बाबा के भक्त जब उनके पैर छूना चाहते थे तो वो मना कर देते थे. कहते कि पैर छूना है तो हनुमान जी के छुओ. नीम करोली बाबा भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं. आज भी भक्त श्रद्धापूर्वक उन्हें अपने हृदय में रखते हैं. बाबा अपने अलौकिक रूप में भक्तों के बीच ही होते है.
प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके बाबा के दर्शन
नीम करोली बाबा के भक्तों में एप्पल कंपनी के फाउंडर स्टीव जॉब्स शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रिंकू सिंह, अभिनेता चंकी पांडेय, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग, अभिनेत्री अनुष्का शर्मा तक भक्तों की लिस्ट में शामिल हैं. बाबा के अनुयायी इन्हें साक्षात हनुमान जी के अवतार मानते हैं. बाबा के जीवन संबंधी एक से एक चमत्कार है जिससे उनकी महानता के बारे में पता चलता है लेकिन फिर भी बाबा स्वयं को एक साधारण व्यक्ति के अलावा और कुछ नहीं मानते थे. यहां तक कि वो कभी भी किसी भक्त को अपने पैर तक नहीं छूने देते थे.
बाबा नीम करोली के अद्भुत चमत्कार
…जब से बना दिया घी: कहा जाता है कि बाबा ने जब नदी का पानी घी में बदल दिया था. बता दें, एक बार जब कैंची धाम आश्रम में भंडारा होना था. बड़ी संख्या में लोग भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने आए, लेकिन इस दौरान घी कम पड़ गया. बाबा नीम करोली को जब इस बात के बारे में पता लगा, तो उन्होंने अपने भक्तों से कहा चिंता मत करो, पास बह रही गंगा नदी से दो कनस्तर जल भरकर ले आओ. भक्तों ने ऐसा ही किया वह गंगाजल भरकर ले आए और कढ़ाई में डाल दिया. इससे बाकी भोजन तैयार हुआ. इस चमत्कार को देखकर भक्त हैरान रह गए.
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में भी दिखाया चमत्कार: बाबा नीम करोली की ट्रेन वाली कहानी काफी लोकप्रिय है. इस बात का जिक्र लेखक राम दास की किताब ‘Miracle Of Love’ में भी किया गया है, जिसमें लिखा है कि एक दिन बाबा बिना टिकट ट्रेन में सवार हो गए. टीटी ने बाबा नीम करौली को उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के नीम करौली गांव में ट्रेन से उतरने के लिए कह दिया. बाबा ट्रेन से उतर गए, लेकिन ट्रेन वहां से हिली तक नहीं. इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच की तो टीटी ने पूरी बात बताई. इसके बाद बाबा को तलाश किया गया और अधिकारियों ने नीम करौली बाबा से ट्रेन में बैठने की गुहार लगाई, जिसके बाद ट्रेन चलीं.