राहुल गांधी ने क्रिकेट वर्ल्ड कप की हार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टेडियम में मौजूदगी को जिम्मेदार ठहराया था।
इसके लिए उन्होंने पीएम को पनौती तक कहा। कांग्रेस ने बिना देरी किए इस मौके को लपका और अधिकांश बड़े नेताओं ने राहुल के सुर में सुर मिलाते हुए पीएम के लिए इस अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया।
लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए यह दांव अब उल्टा भी पड़ सकता है। पूरे विश्वकप में अपने गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद शमी ने पीएम मोदी की ड्रेसिंग रूम में मौजूदगी की सराहना की है।
मोहम्मद शमी ने फाइनल में हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारतीय खिलाड़ियों से मिलने की तारीफ करते हुए कहा, उस समय हम हार चुके थे।
ऐसे समय प्रधानमंत्री आकर आपको प्रोत्साहन देते हैं तो वह एक अलग तरह का ही कॉन्फिडेंस होता है कि देश का जिम्मेदार आदमी आपको सहानुभूति दे रहा है।
इतिहास इस बात की गवाही देता है कि कांग्रेस या राहुल गांधी ने जब-जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला किया है तो बीजेपी और खुद पीएम मोदी ने उन मौकों को लपका है। चाहे वह ‘चौकीदार चोर है’ वाला बयान हो या फिर ‘मौत का सौदागर’ कहना।
उनके लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने ‘नीच आदमी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। इन सारे बयानों का अभी तक कांग्रेस पार्टी को खामियाजा ही भुगतना पड़ा है।
अब राहुल गांधी के इस बयान के जवाब में बीजेपी मोहम्म शमी के बयान को प्रचारित करने से नहीं चूकेगी। सोशल मीडिया से लेकर चुनावी भाषणों में इसे उछाला जाएगा।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव तो अपने अंतिम पड़ाव पर है, लेकिन लोकसभा का टोन सेट करने में बीजेपी को मदद मिलेगी।
इस बारे में जब केंद्रीय मंत्री कीरेन रिजीजू से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”कुछ गैर-जिम्मेदार लोगों के विपरीत, जो क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार पर सार्वजनिक रूप से दुखदायी खुशी मना रहे हैं, शमी का बहुत ही जिम्मेदार बयान है। जनता अच्छी तरह से जानती है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी जी से नफरत क्यों करते हैं, इसलिए मैं आगे नहीं बताऊंगा।”