बीमारी कभी उम्र और पैसे देखकर नहीं आती है। लेकिन, जब इलाज की बात आती है तब वित्तीय तौर पर स्थिर रहने की जरूरत है। ऐसे में भारत सरकार ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) शुरू किया था। इस योजना का नाम बदलकर पीएम जनआरोग्य योजना (PM Jan Arogay Yojana) कर दिया गया था।
इस योजना में पहले 70 उम्र से ज्यादा वाले सीनियर सिटिजन शामिल नहीं होते थे। लेकिन अब योजना में आयु की सीमा को खत्म कर दिया। इसका मतलब है कि 70 साल से ज्यादा आयु वाले बुजुर्गों का भी इलाज होगा। ऐसे में सवाल आता है कि योजना में किन बीमारियों का इलाज फ्री में होता है।
किन बीमारियों का होता है फ्री में इलाज
इस स्कीम में सभी बड़ी-बड़ी बीमारियां कवर होती है। योजना में 5 लाख रुपये का इंश्योरेंस मिलता है। इसके अलावा देशभर में 29,000 से ज्यादा अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस हेल्थ सर्विसेज की सुविधा भी मिलती है।
आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट के हिसाब से इस योजना में कैंसर, हार्ट डिजीज, किडनी से जुड़ी बीमारियां, कोरोना, मोतियाबिंद, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया, घुटना और नी रिप्लेसमेंट जैसे गंभीर बीमारियों का इलाज होता है। हालांकि, मोतियाबिंद, सर्जिकल डिलीवरी, और मलेरिया समेत कई बीमारियां का इलाज केवल सरकारी अस्पताल में होती है। इन बीमारियों को प्राइवेट अस्पताल से हटा दिया गया है।
इसके अलावा प्रोस्टेट कैंसर, डबल वॉल्व रिप्लेसमेंट, कोरोनरी आर्टरी बाइपास, पल्मोनरी वॉल्व रिप्लेसमेंट, नी और हिप रिप्लेसमेंट, स्कल बेस सर्जरी, टिश्यू एक्सपेंडर, पीडियाट्रिक सर्जरी, रेडिएशन ओंकोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, एंजियोप्लास्टी विद स्टेंट जैसे गंभीर बीमारी की सर्जरी भी किसी अस्पताल में करवा सकते हैं।
कहां बनेगा आयुष्मान कार्ड
योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनवाना होता है। आयुष्मान कार्ड के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में अप्लाई किया जा सकता है। ऑनलाइन के लिए https://pmjay.gov.in/ की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा। वहीं, ऑफलाइन के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जाकर आवेदन करना होगा।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आपको आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (Pan Card), ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License), वोटर आईडी (Voter ID) आदि में से किसी की फॉटोकॉपी देनी होगी।